Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स Sanjay mittal bhajan lyrics in hindi | Khatu shyam ji ke bhajan lyrics
ये संजय मित्तल जी के नए भजन प्रसिद्ध भजनो की लिस्ट है (PART – 2 ”संजय मित्तल नए भजन लिरिक्स”)उनके और प्रसिद्ध भाव वाले भजनो के लिए तीसरी पोस्ट जरूर देखें (PART – 3)
PART – 1 लिरिक्स के लिए यहाँ क्लीक करें Sanjay Mittal Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
खाटू बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
अब तक निभा रहा है,
अब तक निभा रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।
कोई साथ दे या ना दे,
तूने दिया सहारा,
महसूस होता सिर पे,
बस हाथ है तुम्हारा,
अब भी फिरा रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
कहते थे सारे मुझको,
डूबेगी मेरी नैया,
पर मुझको क्या पता था,
बन जाएगा खिवैया,
अब भी चला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।
औकात से भी तूने,
लाखों गुना दिया है,
मिली ‘श्याम’ को जो सेवा,
तेरा ये शुक्रिया है,
अब तक गवा रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
खाटू बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
अब तक निभा रहा है,
अब तक निभा रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है,
खाटु बुला रहा है,
किरपा नहीं तो क्या है।।
दो बून्द का खजाना,
खाटू में लेके जाना,
खाटू में लेके जाना।।
इनको ना हल्का समझो,
सबसे बड़ी यह ताकत,
इनकी नज़र पड़े तो,
मिट जाये सारी आफत,
कुछ ना पड़े बताना,
खाटू में लेके जाना,
खाटू में लेके जाना,
दो बूँद का खज़ाना,
खाटू में लेके जाना।।
इतिहास दे रहा है,
आंसू की हर गवाही,
कही यारी को निभाई,
कही साड़ी को बढ़ाई,
चरणों में बस चढ़ाना,
खाटू में लेके जाना,
खाटू में लेके जाना,
दो बूँद का खज़ाना,
खाटू में लेके जाना।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
इतने बड़े ये योद्धा,
आंसू से हार जाते,
कहता है ‘श्याम’ आंसू,
बाबा से है मिलाते,
बस भाव हो पुराना,
खाटू में लेके जाना,
खाटू में लेके जाना,
दो बूँद का खज़ाना,
खाटू में लेके जाना।।
दो बून्द का खजाना,
खाटू में लेके जाना,
खाटू में लेके जाना।।
आनो पड़सी सेठ सांवरा,
भगता की अरदास है,
अर्ज़ी सुनकर आवेगो तू,
सगळा ने विश्वास है,
आणो पड़सी सेठ सांवरा,
भगतां की अरदास है।।
जब जब कोई काम पड़े है,
टाबर तेरा याद करे,
टाबर तेरा याद करे,
म्हारे घर को मालिक है तू,
थांसू ही फ़रियाद करे,
थांसू ही फ़रियाद करे,
और ना कोई म्हाने सूझे,
बस थारी इक आस है,
आणो पड़सी सेठ सांवरा,
भगतां की अरदास है।।
देर घनी मत करियो बाबा,
धीरज छूट्यो जावे है,
धीरज छूट्यो जावे है,
बेगो बेगो अब तो आजा,
मन म्हारो घबरावे है,
मन म्हारो घबरावे है,
दुनिया की तो जानू कोन्या,
तू तो म्हारो खास है,
आणो पड़सी सेठ सांवरा,
भगतां की अरदास है।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
एक थारे आने से बाबा,
सगळा संकट कट जासी,
सगळा संकट कट जासी,
अटकी नैया चाल पड़ेगी,
सोदो म्हारो पट जासी,
सोदो म्हारो पट जासी,
म्हारे तो सुख दुःख की दवाई,
बाबा थारे पास है,
आणो पड़सी सेठ सांवरा,
भगतां की अरदास है।।
आनो पड़सी सेठ सांवरा,
भगता की अरदास है,
अर्ज़ी सुनकर आवेगो तू,
सगळा ने विश्वास है,
आणो पड़सी सेठ सांवरा,
भगतां की अरदास है।।
श्याम नज़रें देख लो,
अब खोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के।।
दिल दिया छोटा सा,
तुमने साँवरे,
उससे ज्यादा सह चुका हूँ,
घाव रे,
हर कोई चल देता,
इसको तोड़ के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के।।
दर्द बहता अखियों के,
जरिये मेरा,
ये खजाना कीमती,
सबसे मेरा,
मोल इसका लग सके,
ना तोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
पिघलो भगवन तुम,
दया दृष्टि करो,
अब ‘कमल’ के श्याम,
तुम दुखड़े हरो,
बैठो ना मुंह को प्रभुजी,
मोड़ के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के।।
श्याम नज़रें देख लो,
अब खोल के,
चरणों में रखा कलेजा,
खोल के,
श्याम नजरे देख लो,
अब खोल के।।
ओ श्याम खाटू वाले,
कबसे तुम्हे पुकारे,
हमको भी दे सहारा,
ओ हारे के सहारे।।
गम की इन आँधियों में,
तिनका भी ना बचा है,
जो कुछ था पास मेरे,
सबकुछ ही लूट चूका है,
सबकुछ ही लूट चूका है,
बाकी है लाज इसको,
गर हो सके बचा ले,
हमको भी दें सहारा,
ओ हारे के सहारे।।
पतवार थामने का,
हाथों में दम नहीं है,
आजा कन्हैया नौका,
मजधार में फसी है,
मजधार में फसी है,
बनकर के माझी इसका,
ले चल इसे किनारे,
हमको भी दें सहारा,
ओ हारे के सहारे।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
आँखों से नीर की अब,
बरसात हो रही है,
क्यों देर कर रहे हो,
सांसे भी खो रही है,
सांसे भी खो रही है,
आकर ‘कमल’ को अपने,
सीने से तू लगा ले,
हमको भी दें सहारा,
ओ हारे के सहारे।।
ओ श्याम खाटू वाले,
कबसे तुम्हे पुकारे,
हमको भी दे सहारा,
ओ हारे के सहारे।।
श्याम भरोसे हो जा प्यारे,
ये श्रृष्टि के पालन हारे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारें।।
चिंता करे क्यों बैठा,
जब है ये मालिक तीनो लोक का,
सांवरे के हाथों उलझन,
जीवन की सारी अपनी सौंप जा,
सुलझने लगेंगे खुद ही,
सुलझने लगेंगे खुद ही,
ये उलझन के धागे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारें।।
मुश्किल तो आयेगी पर,
तुझको कभी ना छूने पाएगी,
ढाल खड़ा है बनके,
भेद इसे ना कभी पाएगी,
कवच कृपा का इनकी,
कवच कृपा का इनकी,
पहन ले प्यारे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारें।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
जीवन ये बीता कितना,
और है कितना ही ये रह गया,
अब भी शरण आने को,
गर सोचता ही तू जो रह गया,
समय ना ‘कमल’ थमता पर,
समय ना ‘कमल’ थमता पर,
साँस थम जाए रे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारें।।
श्याम भरोसे हो जा प्यारे,
ये श्रृष्टि के पालन हारे,
श्याम भरोसे हो जा प्यारें।।
कहें तो कहें कैसे,
श्याम हम आपसे,
कुछ ना मिला है मुझे,
दरबार से,
कहे तो कहे कैसे,
श्याम हम आपसे।।
नहीं कोई तेरे सिवा,
तूने ही तो देखा है,
तूने ही बदली,
जीवन की हर रेखा है,
कितने गिनाऊँ,
पर्चे तुम्हारे,
तेरी कृपा से है,
चर्चे हमारे,
कहे तो कहे कैसे,
श्याम हम आपसे।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
मुझे यदि कहे कोई,
बिना तेरे हो जीना,
सच सच कहूं मैं बाबा,
बेहतर है मरना,
रहकर जुदा तुझसे,
जी ना सकूंगा,
बातें मैं दिल की किसी से,
कह ना सकूंगा,
कहे तो कहे कैसे,
श्याम हम आपसे।।
ये मैं नहीं कहता मैंने,
तुझे कभी देखा है,
पर ये सही है तूने ही,
मुझे देखा है,
करके कृपा तूने,
जीवन संवारा,
तेरे सिवा नहीं,
कोई गवारा,
कहे तो कहे कैसे,
श्याम हम आपसे।।
कहें तो कहें कैसे,
श्याम हम आपसे,
कुछ ना मिला है मुझे,
दरबार से,
कहे तो कहे कैसे,
श्याम हम आपसे।।
दुनिया चलती पैरों पर मैं,
श्याम भरोसे चलता हूँ,
मेरा कुछ भी नहीं है मैं तो,
श्याम भरोसे पलता हूँ,
दुनिया चलती पैरो पर मैं,
श्याम भरोसे चलता हूँ।।
भूल के सारी दुनियादारी,
श्याम का दामन थामा है,
देखके इसकी रहमत भारी,
खुद सुदामा माना है,
श्याम चरण में स्वर्ग सा सुख है,
यह सच मैंने जाना है,
दुनिया चलती पैरो पर मैं,
श्याम भरोसे चलता हूँ।।
ना घबराए दिल मेरा अब,
श्याम जो मेरे सागे है,
संकट आए जब जब मुझ पर,
चलता आगे आगे है,
श्याम के दर पर जाके देखो,
सोई किस्मत जागे है,
दुनिया चलती पैरो पर मैं,
श्याम भरोसे चलता हूँ।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
सांसे तो बस एक वहम है,
श्याम के नाम से जीता हूँ,
प्यास लगे जब थोड़ी थोड़ी,
श्याम की मस्ती पीता हूँ,
‘किशन’ ये बोले अपना हरपल,
श्याम भरोसे जीता हूँ,
दुनिया चलती पैरो पर मैं,
श्याम भरोसे चलता हूँ।।
दुनिया चलती पैरों पर मैं,
श्याम भरोसे चलता हूँ,
मेरा कुछ भी नहीं है मैं तो,
श्याम भरोसे पलता हूँ,
दुनिया चलती पैरो पर मैं,
श्याम भरोसे चलता हूँ।।
मैं ना था किसी काम का,
बन ना सका मैं श्याम का,
पर इसने प्रबंध किया है,
पर इसने प्रबंध किया है,
मेरे हर आराम का,
मै ना था किसी काम का,
बन ना सका मैं श्याम का।।
कभी मैं देखू खुद को,
कभी मैं देखूं इनकी रहमत
हम जैसों के लिए उठाता,
कौन है इतनी जहमत,
जिसका कोई वजूद ना होता,
जिसका कोई वजूद ना होता,
वो बन जाता काम का,
मै ना था किसी काम का,
बन ना सका मैं श्याम का।।
देखी कई अदालत श्याम सी,
देखी ना कोई अदालत,
पहली बार में न्याय चुकाता,
करनी ना पड़ती वकालत,
न्याय सदा ही सांचा होता,
न्याय सदा ही सांचा होता,
खाटू वाले श्याम का,
मै ना था किसी काम का,
बन ना सका मैं श्याम का।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
जिनका कोई नही है अपना,
श्याम को वो अजमाले,
सिर पे हाथ रहेगा श्याम का,
श्याम भजन तू गाले,
ऐसा झूमेगा पीकर तू,
ऐसा झूमेगा पीकर तू,
श्याम नाम के जाम का,
मै ना था किसी काम का,
बन ना सका मैं श्याम का।।
मैं ना था किसी काम का,
बन ना सका मैं श्याम का,
पर इसने प्रबंध किया है,
पर इसने प्रबंध किया है,
मेरे हर आराम का,
मै ना था किसी काम का,
बन ना सका मैं श्याम का।।
धीरज बाँध के अर्ज लगा ले,
तेरो जनम सुधर जासी,
खाटू आया जाया कर तू,
प्रेम को सोदो पट जासी,
धीरज बाँध के अर्ज लगाले,
तेरो जनम सुधर जासी।।
ज्यूँ ज्यूँ खाटू जावेगो तू,
बिना किसी दरकार के,
त्यूं त्यूं प्रेम बढ़ेगो तेरो,
श्याम धणी सरकार से,
ऐ की यारी मिली जो प्यारे,
मौज स्यूं जीवन कट जासी,
धीरज बाँध के अर्ज लगाले,
तेरो जनम सुधर जासी।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
माया घणी लुटावे बाबो,
प्रीत में करतो देर जी,
एक बेर जो बंध गई डोरी,
रात ना करे सवेर जी,
श्याम चरण में मिटा ले हस्ती,
दुःख में सुख तने दिख जासी,
धीरज बाँध के अर्ज लगाले,
तेरो जनम सुधर जासी।।
तेरा तुझमे कुछ ना प्यारे,
जो कुछ है सब श्याम का,
‘ललित’ क्यों फिर तू मालिक बनता,
तू सेवक बन श्याम का,
श्याम नाम की रटन लगा तू,
तेरो अगलो पिछलो सुधर जासी,
धीरज बाँध के अर्ज लगाले,
तेरो जनम सुधर जासी।।
धीरज बाँध के अर्ज लगा ले,
तेरो जनम सुधर जासी,
खाटू आया जाया कर तू,
प्रेम को सोदो पट जासी,
धीरज बाँध के अर्ज लगाले,
तेरो जनम सुधर जासी।।
ओ खाटू के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा,
संकट मेरे सिर पर भारी,
बाजी मैंने सब हारी,
मेरे संकट आके मिटा जा,
मेरे संकट आके मिटा जा,
सिर मोरछड़ी तू फिरा जा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा।।
दुनिया में प्रभु लाज का गहना,
सबसे महंगा होता है,
अपने हाथों लाज बचा लूँ,
ये ना मुझसे होता है,
मेरी लाज बचाने आजा,
हारे को जिताने आजा.
सिर मोरछड़ी तू फिरा जा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा।।
नैया जिसकी डूबती उसको,
कहीं ना सहारा मिलता है,
जिस नैया पे नज़रे हो तेरी,
उसको किनारा मिलता है,
मुझे देने सहारा आजा,
मुझे देने किनारा आजा,
सिर मोरछड़ी तू फिरा जा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
मैं मुश्किल में हूँ प्रभु इसमें,
गलती ना कोई तुम्हारी है,
खुद पे भरोसा कर बैठा था,
ये ही गलती हमारी है,
मेरी गलती भुला के आजा,
मेरा जीवन सफल बना जा,
सिर मोरछड़ी तू फिरा जा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा।।
ओ खाटू के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा,
संकट मेरे सिर पर भारी,
बाजी मैंने सब हारी,
मेरे संकट आके मिटा जा,
मेरे संकट आके मिटा जा,
सिर मोरछड़ी तू फिरा जा,
ओ कलयुग के राजा,
तू लीले चढ़ करके आजा।।
बाहें पकड़ ले बाबा,
मैं हार कर हूँ आया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
बाहे पकड़ ले बाबा।।
तेरी कृपा का डंका,
कलयुग में बज रहा है,
तेरे दर जो रोता आया,
आकर वो हस रहा है,
मुझको भी तू हसा दे,
मुझको भी तू हसा दे,
दुनिया ने है रुलाया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
बाहे पकड़ ले बाबा।।
मुझको पता है काबिल,
नहीं हूँ मैं तेरे दर के,
पर ना चला कही जो,
चल जाता तेरे दर पे,
मुझको भी तू चला दे,
मुझको भी तू चला दे,
दुनिया ने है गिराया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
बाहे पकड़ ले बाबा।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
तेरे प्रेमियों ने मुझको,
तेरे बारे में बताया,
मर सा गया था मैं तो,
विश्वास है दिलाया,
जिसने किया भरोसा,
जिसने किया भरोसा,
उसके लिए तू आया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
बाहे पकड़ ले बाबा।।
बाहें पकड़ ले बाबा,
मैं हार कर हूँ आया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
ना कोई काम आया,
बाहे पकड़ ले बाबा।।
हे श्याम ध्वजा बंदधारी,
तुम ही सुनते हो हमारी,
जब कोई ना आड़े आवे,
देख भगत की हार जिताने,
तू लीले चढ़कर आवे,
हें श्याम ध्वजा बंदधारी,
तुम ही सुनते हो हमारी।।
भीगी पलके देख भगत की,
चैन ना तुझको आता,
पोंछने आंसू झट तू अपने,
लीले को दौड़ाता, दौड़ाता, दौड़ाता,
बदल के आंसू गम के ख़ुशी में,
बदल के आंसू गम के ख़ुशी में,
रोते को तू हंसाए,
देख भगत की हार जिताने,
तू लीले चढ़कर आवे,
हें श्याम ध्वजा बंदधारी,
तुम ही सुनते हो हमारी।।
समय के साथ बदलते देखि,
हमने दुनिया सारी,
लेकिन तेरा न्याय ना बदला,
ना बदली दातारि, दातारि, दातारि,
साँचा न्याय तेरा दर तेरे,
साँचा न्याय तेरा दर तेरे,
भीड़ बढ़ाती जाए,
देख भगत की हार जिताने,
तू लीले चढ़कर आवे,
हें श्याम ध्वजा बंदधारी,
तुम ही सुनते हो हमारी।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
ना कोई छोटा ना ही बड़ा कोई,
तेरे आगे स्वामी,
भावों का व्यापारी है तू,
बात ये हमने जानी, हाँ जानी, जानी,
भाव भजन में डूब के बाबा,
भाव भजन में डूब के बाबा,
तू भंडार लुटावे,
देख भगत की हार जिताने,
तू लीले चढ़कर आवे,
हें श्याम ध्वजा बंदधारी,
तुम ही सुनते हो हमारी।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
हे श्याम ध्वजा बंदधारी,
तुम ही सुनते हो हमारी,
जब कोई ना आड़े आवे,
देख भगत की हार जिताने,
तू लीले चढ़कर आवे,
हें श्याम ध्वजा बंदधारी,
तुम ही सुनते हो हमारी।।
हारे के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल।
दोहा – सावन बीता कार्तिक बीता,
और बीता फागुन मास,
तरस तरस कर रह गया,
श्याम तेरा ये दास।
दुःख बहुत बड़े सरकार,
पड़े हम हाल से हुए बेहाल,
हारे के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल।।
लहरों का जोर भारी,
टूटी सी नाव है,
तू ही बता दे बाबा,
क्या ये इंसाफ़ है,
थाम लो अब पतवार श्याम,
तुम ले चल परली पार,
हारें के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल।।
सारी दुनिया में मेरा,
कोई ना आसरा,
मेरा तो जो कुछ है वो,
तू ही है साँवरा,
देर करो ना और सहा ना,
जाए अब ये काल,
हारें के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
पहले क्या गम कम था,
इस जीवन में श्याम है,
दूजा जो गम तू देता,
ना सुनकर श्याम है,
अब तो बाबा मोरछड़ी ले,
लीले पर तू चाल,
हारें के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल।।
तेरा हर फैसला,
सिर माथे सरकार ये,
आए जो ना फिर समझूँ,
कमी थी पुकार में,
‘कमल’ भरोसा प्रीत ना होगी,
तुम संग लगी बेकार,
हारें के सहारे अब तो,
आकर ले सम्भाल।।
दुःख बहुत बड़े सरकार,
पड़े हम हाल से हुए बेहाल,
हारे के सहारें अब तो,
आकर ले सम्भाल।।
तेरे द्वार खड़ा,
तेरे द्वार खडा,
मैं हार गया हूँ मेरे श्याम,
मैं हार गया हूँ मेरे श्याम,
तेरे द्वार खडा,
तेरे द्वार खडा,
नहीं कोई ठिकाना है दुनिया में,
तेरे दर के सिवा मेरे श्याम,
तेरे दर के सिवा मेरे श्याम,
तेरे द्वार खडा,
तेरे द्वार खडा।।
हारा हूँ मैं मेरे कर्मो के कारण,
थमता नहीं है आँखों से सावन,
मेरी अटकी भंवर बिच नैया,
खाए हिचकोले श्याम,
खाए हिचकोले श्याम,
हे श्याम हे श्याम,
तेरे द्वार खडा,
तेरे द्वार खडा।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
लायक नहीं तेरे द्वार के बाबा,
पर मैं करूँ क्या समझ ना आता,
मेरे पापों की गिनती बड़ी है,
तुझे सब है पता मेरे श्याम,
हे श्याम हे श्याम,
तेरे द्वार खडा,
तेरे द्वार खडा।।
सुनकर मैं चर्चा दर तेरे आया,
परिवार लाखों का तूने चलाया
करो मुझपे रहम मेरे बाबा,
पकड़ो मेरी बाहें श्याम,
पकड़ो मेरी बाहें श्याम,
हे श्याम हे श्याम,
तेरे द्वार खडा,
तेरे द्वार खडा।।
तेरे द्वार खड़ा,
तेरे द्वार खडा,
मैं हार गया हूँ मेरे श्याम,
मैं हार गया हूँ मेरे श्याम,
तेरे द्वार खडा,
तेरे द्वार खडा,
नहीं कोई ठिकाना है दुनिया में,
तेरे दर के सिवा मेरे श्याम,
तेरे दर के सिवा मेरे श्याम,
तेरे द्वार खडा,
तेरे द्वार खडा।।
बाबा मुझे ये तो बता,
कोई इतना भी देता है क्या,
दिया तूने जितना,
तूने बना दी है औकात,
बाबा थाम के मेरा हाथ,
दिया तूने जितना,
दिया तूने जितना,
बाबा मुझें ये तो बता,
कोई इतना भी देता है क्या,
दिया तूने जितना।।
जितना मैं परेशां था,
उतना तू मेहरबां था,
हर इक क़दमों का मेरे,
बाबा तू निगेहबाँ था,
आने ना दी कोई आंच,
तूने बना दी मेरी बात,
दिया तूने इतना,
तूने बना दी है औकात,
बाबा थाम के मेरा हाथ,
दिया तूने जितना।।
Sanjay Mittal New Bhajan Lyrics | संजय मित्तल भजन लिरिक्स
जो तुझसे मिला है मुझे,
क्या दे पाऊंगा तुझे,
तूने ही जलाए है,
दीपक जो थे मेरे बुझे,
जीवन में उजाला तू,
मेरा रखवाला तू,
दिया तूने इतना,
तूने बना दी है औकात,
बाबा थाम के मेरा हाथ,
दिया तूने जितना।।
बाबा है दानी तू,
और मैं अज्ञानी हूँ,
बदले दुनिया सारी,
बाबा ना बदलना तू,
रहे कृपा का सर पे हाथ,
भूलूँ ना कभी मैं ये बात,
दिया तूने इतना,
तूने बना दी है औकात,
बाबा थाम के मेरा हाथ,
दिया तूने जितना।।
बाबा मुझे ये तो बता,
कोई इतना भी देता है क्या,
दिया तूने जितना,
तूने बना दी है औकात,
बाबा थाम के मेरा हाथ,
दिया तूने जितना,
दिया तूने जितना,
बाबा मुझें ये तो बता,
कोई इतना भी देता है क्या,
दिया तूने जितना।।
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